प्रयागराजः प्रयागराज के नैनी आवास विकास कालोनी में सोमवार, 28 अप्रैल को फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) से रिटायर्ड अफसर अरुण श्रीवास्तव और उनकी पत्नी मीना श्रीवास्तव की हत्या के तीसरे दिन पुलिस ने खुलासा का दिया. हत्या सीसीटीवी फुटेज में दिखे राजमिस्त्री श्याम बाबू ने ही की है.

गाली दे रहे थे, विरोध किया तो थप्पड़ मारेः
पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह कई महीने से अरुण श्रीवास्तव की दूसरी मंजिल के निर्माण कार्य में जुटा था. अरुण श्रीवास्तव उसका 20 हजार रुपए नहीं दे रहे थे. बताया कि 27 अप्रैल को वह शाम को 7:30 बजे अरुण श्रीवास्तव के घर गया था. उन्होंने कहा कि तुम कल आना. जब मैं 28 अप्रैल को 12 बजे पहुंचा तो उन्होंने कहा एक घंटे बाद आना. जब डेढ़ घंटे बाद पहुंचा और अपने पैसे मांगे तो उन्होंने मुझे गाली देना शुरू कर दिया.गाली का विरोध करने पर मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया. इसके बाद मुझे गुस्सा आ गया और उनके सिर पर हथौड़े से कई वार कर दिया. जब उनकी पत्नी अरुण बचाने दौड़ीं तो मैं उन्हें भी मारने के लिए दौड़ा लिया. बचने के लिए मीना श्रीवास्तव बगल के कमरे में भागीं. मैंने दौड़ाकर उनके भी सिर में हथौड़े से कई बार वार किए. इसके बाद दोनों जमीन पर गिर गए. हथौड़ी और हाथ धोने के बाद मैं मेन गेट पर ताला लगाकर अपना झोला उठाकर बाहर निकल आया. घटना के समय अरुण के घर मिली श्याम बाबू की लोकेशनः डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्त श्याम बाबू ने अपना जुर्म कुबूल किया है. फील्ड यूनिट के माध्यम से घटना में प्रयोग किए गए लोहे के हथाैड़े का बेंजीडाउन टेस्ट किया गया तो उसमें हथौड़े में खून लगने की पुष्टि हुई है. घटना के दिन और समय आरोपी श्याम बाबू के मोबाइल की लोकेशन भी उसी घर में मिली है. सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस के आधार पर भी आरोपी को ट्रेस किया गया था.
झोला लेकर अंदर जाते दिख रहा है संदिग्ध, मुंह गमछे से ढंकाः
डीसीपी, यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया कि एक सीसीटीवी फुटेज मिली थी, जिसमें एक संदिग्ध मुंह में लाल गमछा बांधकर अरुण श्रीवास्तव के घर में जाते दिख रहा है. सोमवार को करीब ढाई घंटे बाद वह घर से हाथ झोला लेकर बाहर निकलता हुआ दिखाई दे रहा है. वह लंगड़ाकर भी चल रहा है. अरुण श्रीवास्तव ने घर में बिजली का काम करने के लिए उसे बुलाया था. उनके बेटे के सामने ही अरुण ने इलेक्ट्रीशियन काे बुलाया था. अब उन्होंने किसको बुलाया और काम करने कौन आया यह नहीं पता है. पुलिस ने हुलिए के आधार पर करछना के राजकुमार विश्वकर्मा को उठाया था. राजकुमार से जब पूछताछ की गई तो उसने घटना में शामिल होने से इनकार कर दिया. पुलिस ने उसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया था. बाद में मोबाइल की लोकेशन के आधार पर पुलिस श्याम बाबू तक पहुंची. अरुण के शरीर में मिले 12 से अधिक घाव: नैनी की एडीए कॉलोनी में अरुण श्रीवास्तव अपनी पत्नी मीना श्रीवास्तव के साथ रहते थे. वह फूड कॉरपोरेशन आफ इंडिया से रिटायर है. सोमवार को उनकी धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वारकर हत्या कर दी गई थी. उनके घर के तीसरे तल पर कक्षा 10 में पढ़ने वाला छात्र सुनील भी किराए पर रहता है. सुनील ने पुलिस को बताया कि 28 अप्रैल की दोपहर 3 बजे वो अरुण श्रीवास्तव से मिला था. इसके बाद वह अपने कमरे में चला गया. 5 बजे जब वह नीचे उतरा तो मेन गेट पर ताला लगा था.पहले फ्लोर के भी दोनों कमरों में ताला लगा मिला .पुलिस जब पहुंची तो में गेट का ताला तोड़वाया. अंदर प्रथम तल पर गई तो अरुण श्रीवास्तव की डेड बॉडी खून से लथपथ बेड रूम में मिली. पत्नी बगल वाले कमरे में फर्श पर पड़ी तड़प रहीं थीं. बाद में पत्नी को भी चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. कमरे में बिखरे सामान को देखकर साफ तौर पर लग रहा था कि हमलावर से बचने के लिए पति और पत्नी ने काफी संघर्ष किया होगा. सिर में गहरी चोट होने के कारण दोनों मौत हो गई।