पूर्व विधायक कल्पना वर्मा झंडा गांव के आदिवासियों के बीच पहुंची आदिवासियों का बसेरा उजाड़ने में क्षेत्रीय विधायक का हाथ
सतना। रैगांव विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक श्रीमती कल्पना वर्मा ने शहपुर बंधा के पास झंडा गांव के आदिवासियों का भारतीय जनता पार्टी की सरकार के इशारे पर जिस प्रकार से भरी बरसात में प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा बर्बरता पूर्वक उनके आशियाने उजाड़ने एवं घर गिराने की कार्यवाही की गई
प्रशासन के इस कार्यवाही की श्री मती बर्मा ने कड़े शब्दों में निंदा की है। वह कहां है की एक तरफ सरकार द्वारा आदिवासियों को बेघरबार किया जा रहा है व दूसरी तरफ कैबिनेट मंत्री स्तर का दर्जा प्राप्त रामलाल रौतेल के द्वारा अपने आप को महिमा मंडित कर कलश दिखवाए जा रहे हैं ।श्रीमती वर्मा झंडा गांव पहुंचकर पीड़ित आदिवासी परिवार से भेंट मुलाकात की व पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया। श्रीमती वर्मा ने कहा है की भरे बरसात में आदिवासियों का आशियाना उजाड़ कर बेघर कर दिया गया छोटे-छोटे बच्चों तक को इसकी सजा भुगतनी पड रही है, शहपुर बंधा के पास झंडा गांव मे हुई घटना सरकार के दोहरे चरित्र को साफ तौर पर उजागर कर रही है, शहपुरा बंधा के झंडा गांव के पास आदिवासियों के साथ हुए इस अन्याय के खिलाफ पूर्व विधायक श्रीमती वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार व प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि आदिवासियों को न्याय नहीं मिला व उनके रहने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर आदिवासियों को आवास की सुविधा मुहैया कराने क्षतिग्रस्त मकानों का मुआवजा दिलाने की लड़ाई लड़ेगी , श्रीमती वर्मा ने क्षेत्रीय विधायक पर भी आरोप लगाया कि आदिवासियों के ऊपर उनके आवास उजाड़ने की कार्रवाई क्षेत्रीय विधायक के इसारे पर की जा रही है इस बात को सारे विधानसभा क्षेत्र का आदिवासी समाज जान चुका है, श्रीमती वर्मा ने सरकार से मांग की है जिस क्रूरता के साथ आदिवासियों के घर गिराए गए हैं उन्हें मकान का मुआवजा दिया जाए या मकान बनाकर आदिवासियों को मुहैया कराये जाए । श्रीमती वर्मा के साथ यादवेंद्र सिंह पंजू धीरेंद्र सिंह अमित प्यासी कृष्णेन्द्र सिंह उपेंद्र सिंह हीरा कोल झाला आदिवासी पिंकू मिश्रा जागेंद्र सिंह लोल्ला आदिवासी रामू कोल इत्यादि लोग साथ में थे
