
सतना। शराब का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। सुरा प्रेमी शराब के बड़े अपमान और बढ़ते रेट से बेहद परेशान हैं। वहीं उनका यह कहना है कि दो कौड़ी के लोगों ने इस स्टेडण्र्ड के नशे को डस्ट बिन का कचरा बना दिया है। राजा महाराजा का शौक मानने वाले कह रहे हैं कि शराब बुरी नहीं है बल्कि इसको पीने व पिलाने वाले बुरे होते जा रहे हैं जिसके कारण यह सुरा प्रेम सम्मान का बलिदान मांगने लगा है। बात करें पिलाने वालोंं की तो कुछ लोग शराब की पैकारी कर रहे हैं। कुछ लोग किराने की दुकानों में शराब बेच रहे हैं तो कुछ लोग घरों में अवैध रूप से शराब रखकर बेच रहे हैं। कुछ लोग घर घर पहुंचा कर दे रहे हैं। तरह तरह से शराब के शीघ्र दर्शन की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अब बात करें पीने वालों की तो पीने वालों की भी अपनी अपनी स्टाइल है। सिम्पल व्यक्ति को देखकर इनको लग जाती है और दबंग को देखकर उतर जाती है। दूसरे की मां बहन को नहीं पहचानते पर पुलिस को तत्काल पहचान लेते हैं। टुटपुंजियां सुरा प्रेमी पूरी सड़क पर शराब के नशे का प्रदर्शन करते हुए अपनी आर्थिक और शारीरिक क्षमता का बोध कराते हैं। बुद्धजीवियों का कहना है कि समाज और स्वास्थ्य विभाग की जांच में यदि शराब का नशा नुकसान का कारण बनता है तो इसको तत्काल छोड़ देना चाहिए।
ऐसे बेच रहे शराब
एम मामला सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत डालीबाबा चौराहे के पास का सामने आया है जिसमे बताया गया कि किराना दुकान की आड़ में शराब की बिक्री कर रहे दो आरोपियों को पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ लिया, जिनके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कायमी की गई है। बताया गया है कि पूर्व में यहां पर लाइसेंसी ठेका था जो अब मैहर बाईपास में शिफ्ट हो गया है, मगर आरोपी नवनीत पुत्र नवीन शिवहरे 27 वर्ष, निवासी डालीबाबा और आनंद सिंह पुत्र दिलीपचन्द्र राठौर 55 वर्ष, निवासी जवाहर नगर किराना दुकान की आड़ में अवैध रूप से शराब की बिक्री करने लगे। जिसकी सूचना मिलने पर गत दिवस पुलिस ने दबिश देते हुए आरोपियों के कब्जे से 80 पाव देशी मदिरा जब्त कर ली। दोनों को गिरफ्तार भी किया गया है।
स्टोर काउंटर के नीचे शराब का जखीरा
नागौद थाना अंतर्गत ग्राम वीरपुर में पतौरा वीरपुर तिराहा श्री बालाजी स्टोर के सामने बने काउंटर के नीचे प्लास्टिक के डिब्बों में अवैध शराब बिक्री के प्रयोजन से रखी थी जिसकी सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस पहुंची तो एक व्यक्ति जो कि काउंटर में बैठा था जो पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया जिसे घेराबंदी कर पकडा गया, नाम पता पूछने पर अपना नाम दिलीप चौधरी पिता नत्थू लाल उर्फ नत्थू चौधरी उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम वीरपुर थाना नागौद जिला सतना का रहने वाला बताया। जिसके काउंटर की तलाशी ली गई तो दो हल्के पीले व दो सफेद रंग के 15 -15 लीटर के प्लास्टिक के डिब्बे रखे मिले जिनका ढक्कन खोलकर चखकर, सूंघकर देखा गया तो प्रत्येक डिब्बे के अंदर 15- 15 लीटर देशी हाथ भट्टी की बनी कच्ची महुआ शराब, कुल 60 लीटर कीमती 12,000/- रुपये की होना पायी गयी ।
एक ओर ठेके दूसरी ओर नशा निवारण कार्यक्रम
बड़ी द्वांद्विक व्यवस्था है। एक ओर आबकारी विभाग ठेका देकर लोगों को शराब पिलवा रहा है तो दूसरी ओर पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वह नशा निवारण कार्यक्रम चलाए। युवा नशा निवारण कार्यक्रम के तहत थाना क्षेत्रों को नशा मुक्ति की दिशा में ले जाने के लिये मादक पदार्थों की खेती, परिवहन, वितरण एवं सेवन के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जा रही है । पुलिस कहती है कि युवा पीढी ही हमारा भविष्य है और अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिये यह आवश्यक है कि उन्हें मादक पदार्थों जैसे कि शराब, गांजे, अफीम कोरेक्स इत्यादि के सेवन से बचाएं। दोनों विभागों में खुली प्रतियोगिता चल रही है। विशेष बात तो यह है कि शराब बेचने वालों का लाइसेंस है पर पीने वालों का कोई लाइसेंस नहीं है। विक्रेताओं को मापदण्डों के अनुसार चलाया जा रहा है जबकि क्रेता स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक बने हुए हैं।