
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब नीति घोटाला मामले में शुक्रवार को जमानत पर जेल से बाहर आ गए. सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी के लगभग 6 महीने बाद सीबीआई के मामले में भी जमानत दे दी. केजरीवाल भारत के पहले ऐसे नेता हैं, जो मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए जेल गए थे और मुख्यमंत्री के पद रहते हुए ही जमानत पर जेल से बाहर भी आए हैं. केजरीवाल पहले कहते थे कि उनके खून का एक-एक कतरा दिल्ली के लोगों के लिए है, लेकिन शुक्रवार को उन्होंने जेल से बाहर आने के बाद ये कहा कि उनके खून का एक-एक कतरा भारत के लोगों के लिए है. केजरीवाल जेल से बाहर आते ही केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर नजर आए.केजरीवाल जिस तरह से बाहर आए, ऐसा लगता है कि वो जेल से एक राष्ट्रीय नेता बनकर बाहर आए हैं और उन्होंने ये भी कहा है कि मैं सच्चा था, मैं सही था इसलिए भगवान ने मेरा साथ दिया. और जेल से बाहर आने के बाद उनकी ताकत अब 100 गुना बढ़ गई है.अरविंद केजरीवाल जांच एजेंसियों के दुरुपयोग, जाति धर्म के नाम पर बंटवारे का मुद्दा उठा रहे हैं. निशाने पर सीधे बीजेपी है. अब बीजेपी पर निशााना साधकर केजरीवाल अगर वोट पार्टी के लिए बंटोरते हैं तो निश्चित है कि बीजेपी विरोधी वोट बंटेगा. ऐसे में हो सकता है कि बीजेपी को ही इससे फायदा हो.