
सतना 11 जुलाई 2024/सतना स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट लिमिटेड के 369 करोड़ लागत के 48 प्रोजेक्ट वर्क पूरे कर लिये गये हैं जबकि 545 करोड़ 86 लाख रूपये लागत के 24 कार्य प्रगति पर है। स्मार्ट सिटी के 915 करोड़ लागत से कुल 72 कार्य स्वीकृत है। इस आशय की जानकारी गुरूवार को कलेक्टर एवं अध्यक्ष स्मार्ट सिटी श्री अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न समीक्षा बैठक में दी गई। इस मौके पर आयुक्त नगर निगम शेर सिंह मीना सहित नगर निगम और स्मार्ट सिटी के अधिकारी तथा कार्यकारी एजेंसियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सतना स्मार्ट सिटी के पूर्ण हुए 48 कार्यों की नीचे के क्रम से कलेक्टर ने समीक्षा प्रारंभ की। उन्होंने दादा सुखेन्द्र सिंह स्टेडियम, नगर निगम व्हीकल यार्ड, जीआई एस बेस्ट प्रापर्टी टैक्स रजिस्टर, नेक्टर झील जैसे अनेक प्रोजेक्ट वर्क में फिनिशिंग कार्य शेश रहने के बाद उन्हें पूरा बताये जाने पर अप्रसन्नता प्रकट की। उन्होंने कहा कि फिनिशिंग कार्यां को ओ एण्ड एम के लिये नहीं छोडे। किसी भी प्रोजेक्ट वर्क में फाइनल फिनिशिंग के शेश रहते कार्य को पूरा नहीं माना जायेगा। पूर्ण बताये जा रहे कार्यों का आयुक्त नगर निगम स्वतः एक बार निरीक्षण कर पूर्णता की स्थिति बतायेंगे। कलेक्टर ने विजुअल एम्पू्रवमेंट और रीवा-सतना-पन्ना मार्ग के डिवाइडर कार्य तथा इंटर स्टेट बस टर्मिनल के कार्य पर संविदाकार एजेंसी एबीसी पर गहरी नाराजगी प्रकट की। कलेक्टर ने कहा कि स्थानीय कार्यकारी एजेंसी को अपने शहर को सुन्दर और स्मार्ट बनाने के लिए स्व प्रेरणा से भी अच्छा काम करना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि प्रोजेक्ट इंजीनियरों की प्रजेन्स कार्य स्थल फील्ड में दिखनी चाहिए। उनके लिए अब आफिस का काम शेश नहीं है। उन्होंने स्पश्ट किया कि स्मार्ट सिटी के कार्यों में गुणवत्ता और स्मार्ट नेस भी दिखनी चाहिए। अगली बैठक तक ग्राउण्ड पर स्मार्ट सिटी के काम दिखने चाहिए। कमिश्नर नगर निगम से उन्होंने इंजीनियर को दैनिक टास्क देने, उनकी ग्राउण्ड में उपस्थिति सुनिश्चित करने और सतत मानीटरिंग करने को कहा है। नेक्टर झील में बम्बू रेस्टोरेन्ट की संरचना और व्यंकटेश लोक में बॉली बाल कोर्ट का पार्ट बिना बोर्ड की जानकारी में लाये हटाने पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट के प्लान और एसओपी के तहत ही कार्य पूर्ण किये जाये। विजुअल इम्पू्रवेमेंट नारायण तालाब का कार्य पूर्ण नहीं कर पाने संबंधित एजेंसी को नोटिस जारी कर निविदा टर्मिनेट करने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है। इंटर स्टेट बस टर्मिनल में गुणवत्ता के अभाव और हो रही देरी पर पेनाल्टी लगाने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। साइकल ट्रेक की उपयोगिता की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने कहा कि सायकलिंग के लिए इसकी उपयोगिता सुनिश्चित करने आयुक्त नगर निगम स्वयं मानीटरिंग करें।
सीवर लाइन के रेस्टोरेशन कार्य की डेली रिपोर्ट करें : कलेक्टर
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सतना नगर निगम में अमृत परियोजना के तहत सीवर लाइन प्रोजेक्ट वन और टू के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सीवर लाइन के चल रहे कार्य से आम जनता को कठिनाई नहीं होनी चाहिए। प्रोजेक्ट के नार्म्स के अनुसार खुदाई और रोड रेस्टोरेशन का कार्य करें। रोड रेस्टोरेशन में रोलर के माध्यम से लेयर काम्पेक्सन होना चाहिए। नगर निगम के जिस क्षेत्र में खुदाई का काम ज्यादा हो वहॉं उपयंत्री को साइट बांट कर निरंतर मानीटरिंग करायें। कलेक्टर ने कहा कि पीडीएमसी यदि एजेंसी से नार्म का पालन नहीं करा पा रही तो उस पर भी पेनाल्टी लगाये। प्रोजेक्ट वन और टू दोनों कान्ट्रेक्टर और पीडीएमसी के अधिकारी शहर में कहां क्या काम चल रहा है। दैनिक स्थिति को वाट्सअप ग्रुप में अपडेट करेंगे। प्रोजेक्ट वन के तहत सीवर की 162131 मीटर लेइंग कम्पलीट कर ली गई है। जिसमें 4754 मीटर लेइंग शेश है। रोड रेस्टोरेशन 157717 मीटर में पूर्ण किया जा चुका है जबकि 4414 मीटर में रोड रेस्टोरेशन का कार्य शेश है। प्रोजेक्ट का कार्य 97.27 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। सीवर लाइन प्रोजेक्ट 2 की समीक्षा में बताया गया कि सतना शहर में विभिन्न वार्डों में 190081 मीटर लाइन लेइंग कम्पलीट कर ली गई है जबकि 112248 मीटर लेइंग शेश है। रोड रेस्टोरेशन का कार्य 176069 मीटर पूरा कर लिया है। जबकि 14012 मीटर रोड रेस्टोरेशन का कार्य शेश है। कलेक्टर ने कहा कि बरसात में घनी बस्तियों और सकरी गलियों में खुदाई का कार्य नहीं करें। कार्य ऐसा करें जिससे लोगों को दिक्कतें नहीं हो। कलेक्टर ने काम्पेक्सन का काम शीघ्र पूरा करने और सुरक्षित तरीके से खुदाई क्षेत्र में कार्य में संलग्न लोगों को ही जाने की इजाजत देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बरसात में सीवर कार्य की वजह से कोई दुर्घटना नहीं होनी चाहिए।