
सतना। नगर निगम के अंतर्गत हो रहे कार्य में कुछ फर्मों के कार्य संतोषजनक नहीं पाए जा रहे हैं जिसके कारण उनका वर्क प्लान मांगा गया है और यदि उनके वर्क प्लान के बाावजूद सुधार नहीं आता तो उनको टर्मिनेट किया जा सकता है। शहर के कुछ भाग में बिछाई जा रही पाइपलाइन, टंकी निर्माण का कार्य कर रही फर्म जिओ मिलर एवं जल संशोधन उन्नयन के कार्य कर रही फर्म कृष्णा कॉन्सट्रेक्शन कम्पनी एवं नगर पालिक निगम कार्यालय के पुर्ननिर्माण का कार्य कर रही फर्म माँ एशोसिएट द्वारा कार्य को अपेक्षित गति से न किया जाना पाया गया। जिओ मिलर, कृष्णा कॉन्सट्रेक्शन कम्पनी एवं मां एशोसिएट द्वारा किए जा रहे कार्य का आयुक्त द्वारा निरीक्षण भी किया गया था। निरीक्षण में भी यह पाया गया था कि कार्य में पर्याप्त मानवबल का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। जिन मशीनों को क्रय कर, संयोजित किया जाना है उन कार्यों में भी विलम्ब किया जा रहा है। जिससे कार्य में प्रगति नहीं दिखी और उन पर कार्यवाही हो सकती है।पंद्रह दिवस के लाएं वर्क प्लान इस संबंध में आयुक्त नगर पालिक निगम सतना द्वारा अभियंताओं को निर्देशित किया गया कि तीनों फर्मों से आगामी 15 दिवस के वर्क प्लॉन लिए जाए। यदि आगामी 15 दिवस में प्रस्तुत किए गए वर्क प्लॉन अनुसार फर्मे कार्य में प्रगति नहीं लाती हैं तो इन फर्मों के अनुबंध टर्मिनेट करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए। इस हेतु इन सभी फर्मों को नोटिस जारी किया जाए एवं कार्य में विलम्ब के लिए इन फर्मों के प्रस्तुत देयकों से विलम्ब की राशि की कटौती की जाए।स्मार्ट सिटी के कार्यों में समय सीमा पर फोकस शेर सिंह मीना (आईएएस) आयुक्त, नगर पालिक निगम सतना एवं कार्यकारी निदेशक सतना स्मार्ट सिटी द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना में चल रहे कार्यों एवं नगर निगम सतना द्वारा चल रहे निक्षेप कार्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान मेजर नाले के कार्य में शेष बची पुलिया एवं एसटीपी के कार्य तय समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।इन निर्माण कार्यों की देरी पर असंतोषआयुक्त, नगर पालिक निगम सतना द्वारा मल्टी स्पोर्टस काम्पलेक्स, धवारी स्टेडियम, कलेक्ट्रेट बिल्डिंग एवं वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर एवं दादा सुखेन्द्र सिंह स्टेडियम के कार्य की समीक्षा की गई। समीक्षा उपरान्त निर्देशित किया गया कि उक्त परियोजनाओं में शेष बचे कार्य को शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। कार्य के दौरान गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए। साथ ही दादा सुखेन्द्र सिंह स्टेडियम के अंदर बने स्वीमिंग पूल एवं बैडमिंटन कोर्ट के कार्य का भी शीघ्रता एवं गुणवत्ता पूर्ण ढंग से किया जाए।