भुईमाड़।सीधी जिला कलेक्टर श्री स्वरोचिष सोमवंशी के निर्देशानुसार जनजातीय कार्य विभाग सीधी के सहायक आयुक्त डाॅ. डी के द्विवेदी, हर्रई एवं अमरोला ग्रामों के डायरिया से मृत परिवारों के घर रविवार को जाकर आर्थिक सहायता की राशि प्रदान किये। डाॅ द्विवेदी सर्वप्रथम ग्राम हर्रई के शोक संतप्त परिवार के बीच पहुंचे जहां गणेश बैगा की धर्मपत्नी स्व.रीना बैगा तथा पुत्र स्व.बुद्धसेन बैगा के मृत्यु उपरांत आर्थिक सहायता के रूप में Rs 10,000/- की राशि प्रदान किये। इसके पश्चात ग्राम अमरोला पहुंचकर डायरिया से मृत स्व. अजय सिंह, उम्र 1.5 वर्ष के पिता विजय सिंह गोंड को आर्थिक सहायता के रुप में Rs. 5000/- की राशि प्रदान किये। इससे साथ ही उन्होंने कागजात मंगाये हैं जिससे माध्यम से सहायता राशि खाते में दी जाएगी। सहायक आयुक्त के साथ ग्राम पंचायत अमरोला के सरपंच, रोजगार सहायक,हाई स्कूल पुरइनडोल के प्राचार्य तथा जनजातीय कार्य विभाग के अन्य कर्मचारी अधीक्षक शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने पहुंचे।
हर्रई गांव में घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा अमरोला पंचायत के हर्रई गांव में सी बीएमओं कुशमी डाँ. ऋषभ गुप्ता द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मेडिकल कैंप लगाकर लोगों का उपचार किया जा रहा है। इसके साथ ही लोगों से अपील कर रहे हैं कि पानी उबालकर पीने एवं साफ सफाई के साथ बासी भोजन ना करने का सलाह दे रहे हैं। इसके साथ ही आशा कार्यकर्ता हर्रई,अमरोला, ज्वारीटोला के साथ अन्य गावों मे घर घर जाकर जरूरत की मेडिकल सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं एवं किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर तत्काल दवा लेने एवं हॉस्पिटल जाने की सलाह दे रही हैं।
गांव गांव में किया जा रहा अलाउंस एवं वितरण किया जा रहा है मास्क व साबुन
हर्रई गांव में हुए घटना के बाद ग्राम पंचायत के द्वारा अलाउंस किया जा रहा है कि किसी भी प्रकार का तबीयत खराब होता है तो तुरंत आकर दवा लें पानी उबाल कर पियें। इसके साथ ही ग्राम पंचायत द्वारा घर घर जाकर मास्क एवं साबुन वितरण किया जा रहा है।
नहीं पंहुचे कोई भी जनप्रतिनिधि
सरकार जनजाति बैगा समुदाय को लेकर इतनी सजग हैं। लेकिन सीधी जिले के हर्रई मे डायरिया से हुए मौत की घटना के बाद मृतक के घर परिजनों से मिलने कोई भी नहीं पंहुचे। इतना ही नहीं जिला अस्पताल सीधी में तीन लोग भर्ती हैं उनसे भी मिलने कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं पंहुचें। जनता जब अपने जनप्रतिनिधि को चुनती हैं तो ऐ विश्वास के साथ चुनती हैं कि उसके हर दुख सुख मे खडे़ मिलेंगे लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि मिलने तक नहीं पंहुचें।
