
कानपुर: महापौर प्रमिला पांडे इन दिनों लगातार एक के बाद एक अवैध अतिक्रमण को हटाने के अलावा हर वार्ड में लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं भी सुन रही हैं. इसके साथ ही मौके पर समस्याओं के निस्तारण को लेकर अधिकारियों को सख्त आदेश भी दे रही हैं. इसके साथ ही जिन भी अफसरो की लापरवाही सामने आ रही है. महापौर के द्वारा उन पर कार्रवाई भी की जा रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार को महापौर एक बार फिर से एक्शन मोड में नजर आई. नगर निगम मुख्यालय में बैठक के दौरान महापौर ने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने में देरी होने पर तीन कर्मचारियों को तत्काल ट्रांसफर कर दिया.नगर निगम मुख्यालय में स्वास्थ्य विभाग की बैठक में महापौर को सबसे ज्यादा शिकायतें जोन-6 के जन्म-मृत्यु विभाग के लिपिक सौरभ सिंह को लेकर थी. जिस पर जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर आवेदकों से पैसा लेने का भी आरोप था. महापौर ने बैठक में अपर नगर आयुक्त प्रथम को तत्काल निर्देश दिया कि लिपिक सौरभ सिंह को जोन 6 से हटकर गौशाला स्थानांतरित कर दिया जाए. महापौर ने स्वास्थ्य विभाग के कार्य में लगातार लापरवाही बरत रहे कर्मचारी बाबू आजाद और नासिर को भी हटाने का आदेश जारी कर दिया. महापौर प्रमिला पांडे ने बैठक के दौरान सभी जोनल से जनवरी और फरवरी में जन्म और मृत्यु के कितने आवेदन हुए हैं, उनका निस्तारण और पिछले एक महीने में एनओसी को लेकर पूरी जानकारी बुधवार तक मांगी है. इसके साथ ही महापौर ने अपर नगर आयुक्त को जोन में जन्म मृत्यु का लगातार निरीक्षण करने का भी आदेश दिया है. महापौर ने बैठक के दौरान कहा कि अब हर जोन में एक बोर्ड लगेगा. इस बोर्ड के जरिए लोगों को अब जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के शुल्क और उसकी निर्धारित समय सीमा के बारे में तत्काल जानकारी मिल सकेगी. इसके साथ ही इस बोर्ड पर लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए जोनल अधिकारी और महापौर का नंबर भी लिखा जाएगा. अगर तय शुल्क से ज्यादा कोई रुपए मांगेगा तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. महापौर ने अफसरों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अगले महीने से स्कूलों में एडमिशन शुरू हो जाएंगे. ऐसे में जन्म प्रमाण पत्र और एनओसी बनवाने की प्रक्रिया को तेज किया जाए ताकि बच्चों के परिजनों को नगर निगम के चक्कर न लगाने पड़े.